'अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध' का जन्म निज़ामाबाद जिला आजमगढ़ में सन 1865 ई0 में हुआ था। 'हरिऔध' इनका उपनाम है। ये खड़ी बोली कविता में नए प्रयोग करने वाले पहले कवि थे। संस्कृतनिष्ठ शब्दों के साथ ही इन्होने कविता की भाषा में बोलचाल की मुहावरेदार भाषा का भी प्रयोग किया है।
अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' की कविताओं में देशभक्ति, राष्ट्रीयता व चरित्र-निर्माण का स्वर मुखरित हुआ है। कठिन से कठिन और सरल से सरल दोनों प्रकार की भाषाओँ में कविता लिख सकना इनकी एक उल्लेखनीय विशेषता है। भारतीय साहित्य में 'हरिऔध' का नाम सदैव याद रखा जायेगा।
अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' | Short Essay on Ayodhya Singh Upadhyay 'Hariaudh
Reviewed by Unknown
on
October 19, 2017
Rating:
No comments: